भारत में इस साल हम 13 मई को मदर्स डे मनाने जा रहे हैं.
यूएस में इस दिन को शांति देने वाले दिन के तौर पर 2 जून को मनाया जाता है.
दुनिया में मां से प्यारी कोई चीज नहीं होती. हमें इस संसार में लाने वाली मां का कर्ज हम कभी नहीं उतार सकते. लेकिन उसे वो खुशियां जरूर दे सकते हैं जिसकी वो हकदार है. एक मां से ज्यादा बच्चे को कोई प्यार नहीं करता. ऐसे में बच्चों का भी फर्ज होता है कि वो भी मां को उतनी ही खुशियां दें.
मां को स्पेशल फील कराने के लिए 'मदर्स डे' आप सभी को एक बेहतरीन मौका देता है. हर साल दुनिया भर में मदर्स डे सेलीब्रेट किया जाता है. भारत में इस साल हम 13 मई को मदर्स डे मनाने जा रहे हैं. मदर्स डे अलग-अलग देशों में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है. और आज ये तकरीबन 46 देशों में मनाया जाता है. ऐसे में जानिए मदर्स डे से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें... -
script async src="//pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js">
बताया जाता है कि सबसे पहले मदर्स डे की शुरुआत ग्रीस से हुई थी. ग्रीस में मांओं को सम्मान देने के लिए इस दिन को पूजा के तौर मनाया जाता था. बताया जाता है कि स्यबेले ग्रीक देवताओं की मां थी, और उन्हें सम्मान देने के लिए मदर्स डे को त्योहार के तौर पर मनाया जाता था.
वहीं वर्जिनिया में एना जार्विस ने सबसे पहले इसकी शुरुआत की थी. वो अपनी मां से प्रेरित थीं. उनकी न तो कभी शादी हुई और न ही उनका कोई बच्चा था. अपनी मां की मृत्यु के बाद उन्होंने अपना प्यार जताने के लिए इस दिन की शुरूआत की.
यूएस में इस दिन को शांति देने वाले दिन के तौर पर 2 जून को मनाया जाता है.
यूरोप और ब्रिटेन में पहले मां को सम्मान दर्शाने के लिए मदरिंग संडे मनाया जाता था. इसमे एक खास रविवार को माताओं का सम्मान किया जाता था.